फिल्म 'रन' एक छोटे शहर के युवक और एक गैंगस्टर की बहन के बीच की अनोखी प्रेम कहानी को दर्शाती है। इसे निर्देशक जीवा ने रोमांस, एक्शन और कॉमेडी का मिश्रण बनाकर प्रस्तुत किया है। अभिषेक बच्चन ने इस फिल्म में पहली बार एक सोलो हीरो के रूप में अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है, और उनकी परफॉर्मेंस ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया है।
सिद्धार्थ और जाह्नवी की प्रेम कहानी
कहानी का केंद्र इलाहाबाद का एक जिद्दी लड़का सिद्धार्थ है, जिसे अभिषेक बच्चन ने निभाया है। वह दिल्ली में एक गैंगस्टर की बहन जाह्नवी से प्यार कर बैठता है। फिल्म की शुरुआत एक ऐसे संवाद से होती है जो इसकी गंभीरता को दर्शाता है, जैसे कि एक पिता का कहना कि उसकी बेटी को छेड़ने वाले लड़के के अंग काट देना सही है। फिल्म में सिद्धार्थ और जाह्नवी की प्रेम कहानी के साथ-साथ हिंसा और परंपराओं का टकराव भी देखने को मिलता है। जाह्नवी का भाई गणपति, जिसे महेश मांजरेकर ने निभाया है, हर उस व्यक्ति को खत्म करने पर आमादा है जो उसकी बहन के करीब आता है।
रोमांस की फीकी रोशनी
निर्देशक जीवा ने फिल्म को गहरे और फीके रंगों में शूट किया है। रोमांस को मखमली अंदाज में दिखाने के बजाय इसे एक रफ टोन में प्रस्तुत किया गया है। सिद्धार्थ और जाह्नवी की पहली मुलाकात वाला बस वाला दृश्य फिल्म की खूबसूरती को दर्शाता है, लेकिन यह सवाल भी उठता है कि एक गैंगस्टर की बहन आम बस में क्यों सफर कर रही है?
अभिषेक की दमदार परफॉर्मेंस
फिल्म पूरी तरह से अभिषेक बच्चन के कंधों पर टिकी हुई है। वह इलाहाबाद के सीधे-सादे लड़के के किरदार में आत्मविश्वास के साथ नजर आते हैं। उन्होंने एक्शन दृश्यों में अपने पिता अमिताभ बच्चन की सादगी और दमदारी को संतुलित किया है। अभिषेक ने कहा कि 'रन' एक साधारण लेकिन व्यावसायिक फिल्म है, जिसे साफ-सुथरे मनोरंजन के माध्यम से बेचा जाना चाहिए।
मजबूत कहानी का जादू
फिल्म में शानदार एक्शन और दमदार दृश्यों के साथ-साथ प्रेम कहानी में गहराई की कमी महसूस होती है। जाह्नवी और सिद्धार्थ के बीच का रिश्ता कभी-कभी अधूरा और जल्दबाजी वाला लगता है। फिर भी, अभिषेक की बेहतरीन परफॉर्मेंस और फिल्म की मजबूत कहानी इसे दोबारा देखने के लिए प्रेरित करती है।
अभिषेक बच्चन का इंटरव्यू
अभिषेक बच्चन ने फिल्म 'रन' को अपनी पहली सोलो-हीरो फिल्म बताते हुए कहा कि इस तरह की फिल्मों में जिम्मेदारी अधिक होती है। उन्होंने इसे केवल एक एक्शन फिल्म नहीं, बल्कि रोमांटिक-एक्शन बताया। अभिषेक ने कहा कि दर्शकों को केवल एक्शन नहीं, बल्कि अच्छी कहानी और अभिनय की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने फिल्म की कहानी के बारे में बताया कि उनका किरदार सिद्धार्थ एक छोटे शहर का लड़का है जो दिल्ली आकर एक लड़की से प्यार करता है और उसके भाई से टकराव करता है।
You may also like
एटा में हैवानियत की हद! 12 साल के बच्चे की दोनों आंखें फोड़ दी, सिर कूच दिया, चाकू गोद मार डाला
कटहल की खेती से बढ़ी किसानों की आमदनी, लखनदेई नदी साबित हुई वरदान, जानिए कैसे बंपर कमाई कर रहे किसान
'वहां घास का तिनका भी नहीं उगता', अक्साई चिन पर कब्जा हुआ तो नेहरू ने कही थी ऐसी बात, शिवराज ने शेयर किया किस्सा
मेरठ: स्कूली बस पर बिजली का पोल गिरा, 20 बच्चे थे सवार, सभी को सुरक्षित बाहर निकाला, हादसे के बाद लोगों ने की यह मांग
टीनू आनंद के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज, दी थी आवारा कुत्तों को हॉकी स्टिक से पीटने की धमकी, भड़के लोग